Google Chrome एक बहुत ही फेमस ब्राउज़र है, करोड़ों इंटरनेट यूजर्स ब्राउजिंग के लिए
गूगल क्रोम ब्राउजर का इस्तेमाल करते हैं। अक्सर देखा जाता है कि Google Chrome
में किसी साइट पर नेविगेट करने के दौरान एक पॉप-अप दिखाई देता है। इस पर एक चेतावनी
लिखी होती है - "आगे वाली साइट में मैलवेयर है"। इस चेतावनी का अर्थ है कि इस साइट
सकते हैं और उनके अकाउंट से अहम जानकारियां चुरा सकते हैं। कई बार तो लाखों रुपए
की डिमांड भी कर देते हैं। यानी गूगल क्रोम के जरिए हैकर्स यूजर्स से अलग होते हैं अहम
जानकारियां चुराकर उन्हें ब्लैकमेल कर सकते हैं। Google Chrome में सुरक्षित ब्राउज़िंग मोड
सक्षम करने के बाद, वह ब्राउज़र खतरनाक URL की सूची में उपयोगकर्ताओं द्वारा देखी गई सभी
साइटों की जाँच करता है। इससे आपको सुरक्षित मौहल मिलता है, साथ में दिक्कत भी नहीं होती