आज के जमाने की भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान कहीं ना कहीं अकेला है। लोग भीड़ में होकर भी अपने आप को अकेला महसूस करते हैं। कारण यह है कि लोगों के ऊपर इतनी ज्यादा जिम्मेदारियां आ गई है, कि वह जिम्मेदारियां अब उनके लिए स्ट्रेस का काम करने लगीं हैं।
मेंटल हेल्थ किसी की भी बिगड़ सकती है, चाहें वो बच्चा हो, युवा हो, बुजुर्गों हो, स्त्री हो या फिर पुरुष। किसी को भी मेंटल हेल्थ से रिलेटेड प्रॉब्लम हो सकती है। आज के समय में अगर दुनिया भर में आत्महत्या का ratio उठाकर देखा जाए तो सबसे ज्यादा लोग आत्महत्या इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें डिप्रेशन, स्ट्रेस और नींद ना आने की परेशानी होती है।
आज के पढ़े-लिखे दौर में भी लोग मेंटल हेल्थ को ठीक से समझ नहीं पाते हैं। आज भी भारी संख्या में लोग सिर्फ उन बीमारियों को भी समझ पाते हैं। जोकि एक्सटर्नल होती हैं।यानी कि जो दिखाई देती है, फिर चाहें वह बुखार हो,खांसी हो, कैंसर हो या कोई भी बाहरी बीमारी हो। इन सभी चीजों को ज्यादा महत्व देते हैं या सीरियस लेते हैं।
लेकिन मेंटल हेल्थ को लेकर आज भी कोई जागरूक नहीं है। या हम यह कहें कि कोई किसी की मानसिक स्थिति को समझने के लिए तैयार नहीं है। और ना ही उसके मानसिक स्थिति या रोग को ठीक करने की कोशिश करता है। यही कारण है कि आज के समय में लोग ज्यादातर आत्महत्या मेंटल स्ट्रेस की वजह से करते हैं। क्योंकि उनकी बीमारी को कभी कोई समझ नहीं पाता है। उन्हें कोई बैठा कर यह नहीं बोल पाता कि हम तुम्हारे साथ है।
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यही कारण है कि आज के समय में डिप्रेशन एक बहुत बड़ी बीमारी बन गई है। जिसका शिकार हर दूसरा व्यक्ति है।लेकिन फिर भी लोग इसके प्रति जागरूक नहीं है। जिस इंसान की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होती या जिसको स्ट्रेस होता है लोग उसको तब भी उतनी ही टेंशन या उसने ही परेशानी देते हैं। कोई उसको उस परेशानी से निकालने का नाम नहीं लेता है।
मेंटल स्ट्रेस का मतलब कोई पागलपन नहीं होता अगर सामने वाले व्यक्ति की मानसिक स्थिति बिल्कुल खराब हो जाएगी। तब वो पागल हो जाएगा और पागलों की तरह हरकतें करने लगेगा। जब कोई ऐसी कंडीशन में पहुंच जाता है तभी उसे मानसिक रोगी कहते हैं। लेकिल मेंटल स्ट्रेस एक ऐसी स्थिति होती है। जिसमें इंसान की सोचने की क्षमता कम हो जाती है। वह दिन रात एक ही बात को लेकर चिंतित रहता है, और इन सभी कारणों की वजह से उसको सोसाइटल अटैक या एंक्सिटी अटैक आने लगते हैं। वह कोशिश करता है कि अपने जीवन को खत्म कर दें। क्योंकि उसको कोई समझाने वाला नहीं होता।
आज हम आपको अपने आर्टिकल में कुछ ऐसे एप्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि आपके मेंटल हेल्थ से जुड़ी जानकारी आपको घर बैठे दे देगा।
पहला एप है Depression Test, इस एप की मदद से आप आप अपनी मानसिक स्थिति को लेकर जानकारी पा सकते हैं। इस एप में यूजर की स्थिति को समझने के लिए 9 सवालों को तैयार किए गए हैं। तो बस उन सवालों के जवाब से आप अपनी मेंटल कंडीशंस को समझ सकते हैं।
दूसरा एप है Moodfit, इस एप को मदद से भी आप अपनी मेंटल हेल्थ के बारे में जान सकते हैं। बता दें कि साल 2020-2022 तक एक इस एप को बेस्ट मेंडल हेल्थ ऐप माना गया है।
तीसरा है Talkspace,इस एप की जरिए किसी भी इंसान के मेंटल हेल्थ के बारे में जाना जा सकता है। इतना ही नहीं इस एप में अलग-अलग उम्र के यूजर को जुड़ने की पूरी सुविधा मिलती है। साथ ही इसपर लोगों की काउंसलिंग से लेकर थेरेपी भी की जाती है।
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