वैसे तो प्रकृति का नियम है की इंसान को समय के साथ बदलते रहना चाहिए। लेकिन कभी कभी ज्यादा बदलाव भी हानिकारक हो सकते हैं।
जैसा कि सभी को पता है कि आज के समय में लोग टेक्नोलॉजी से जुड़ते जा रहे हैं। लोगों के जीवन में डिजिटल का बहुत ज्यादा महत्व हो गया है। लेकिन वो कहते हैं ना हद से ज्यादा कोई भी चीज अच्छी नहीं होती है।
तो उसी तरह ज्यादा डिजिटल होना भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। आज के समय में छोटे हो या बड़े हर कोई सिर्फ डिजिटलाइजेशन को ही समझते हैं। उन्हें सिर्फ मोबाइल फोन या फिर लैपटॉप या फिर कंप्यूटर ही समझ आता है। लेकिन यह सारी चीजें हमारे समाज की पुरानी यादों को पीछे छोड़ते जा रहीं हैं, और कहीं ना कहीं यह सभी चीजें माता-पिता शिक्षक और अन्य लोगों के लिए कड़ी चुनौतियां भी बनती जा रही हैं।
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आज के समय मां-बाप अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे से नहीं निभा पा रहे हैं। वह समय से पहले ही अपने बच्चों को उस दुनिया में डाल रहे हैं। जोकि उनके लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
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आजकल उम्र से पहले ही बच्चों के हाथ में मोबाइल फोन होना बहुत ही ज्यादा आम बात हो गई है। हालांकि कम उम्र के बच्चों के हाथों में मोबाइल फोन होना बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
लेकिन आजकल के मां–बाप अपने जीवन में इतने बिजी हो गए हैं की उन्हें यही समझ नहीं आता की, वो अपने बच्चों की परवरिश कैसे करें। भागदौड़ भरी जिंदगी में उन्हें यह समझ आता है, कि वो अपने बच्चे के हाथ में स्मार्टफोन दे दें और वो उसी से ही पढ़ना लिखना सीख जाएं।
जो पेरेंट्स अपने बच्चों को इंटरनेट के साथ स्मार्टफोन यूज करने के लिए दे देते हैं। उनकी जिम्मेदारी बनती है की वो अपने बच्चे को समय के साथ इंटरनेट का सही इस्तेमाल करना सिखाएं। पैरेंट्स हों या टीचर हर कोई अपने बच्चों को इंटरनेट या ऑनलाइन छिपे जोखिमों के बारे में जरूर बताएं।
जैसे ही बच्चों के हाथ में स्मार्टफोन आता है। तो वो सबसे पहले इंटरनेट की तरफ आकर्षित होना शुरू कर देते हैं। पेरेंट्स के लिए यही सही समय होता है की वो बच्चों और किशोरों को सुरक्षित डिजिटल जीवन के बारे में बताएं, ओर मार्गदर्शन करें।
आप जब भी अपने बच्चे के हाथ में स्मार्टफोन दें तो उसको सलाह दें कि वो हमेशा एक बेहतर और स्ट्रॉन्ग पासवर्ड ही बनाएं। आपको अपने बच्चे को एक बात जरूर समझानी है की मोबाइल में रखा आपका डेटा काफी इंपोर्टेंट है। इसलिए अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी को नहीं देनी, और अपने फोन में रखे डेटा को बहुत ही ध्यान से सिक्योर रखना है।
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